अयोध्या में गोमती नदी में पलटी नाव : 11 ने तैरकर बचाई जान, एक की मौत, दो लापता, बाराबंकी से अयोध्या आ रहे थे 14 लोग

गोमती नदी पर यहां के आसपास के ग्रामीण कई वर्षों से शासन से पुल बनवाने की मांग कर रहे थे। पुल न बनने के कारण लोग बाराबंकी व अयोध्या आने जाने के लिए नाव का ही सहारा लेते हैं। मजबूत नाव न होने के कारण आज यह एक बड़ा हादसा हुआ।……

अयोध्या में गोमती नदी में पलटी नाव :  11 ने तैरकर बचाई जान, एक की मौत, दो लापता, बाराबंकी से अयोध्या आ रहे थे 14 लोग
बाराबंकी में गोमती नदी में 10 लोग डूबे

अयोध्या-बाराबंकी की सीमा पर स्थित रुदौली विधानसभा क्षेत्र के गोमती नदी के विग्निया घाट पर यात्रियों से भरी नाव पलट गई। नाव में करीब 14 लोग व उनकी साइकिलें सवार थी। हादसे के बाद 11 लोगों ने तैर कर अपनी जान बचा ली, जबकि एक बुजुर्ग की डूबने से मौत हो गई। अभी भी दो लोग लापता बताए जा रहे हैं। गोताखोरों द्वारा उनकी तलाश की जा रही है। मौके पर बाराबंकी जनपद की सुबेहा थाना व अयोध्या जनपद की मवई थाने की पुलिस मौजूद रही।

अयोध्या-बाराबंकी की सीमा पर स्थित गोमती नदी में मंगलवार शाम लगभग चार बजे बाराबंकी जनपद सुबेहा थाने के विग्निया घाट की ओर से एक नाव पर लगभग 14 सवार होकर अयोध्या आ रहे थे। नाव जैसे ही बीच धारा में पहुंची की उसमें पानी अधिक भर जाने के कारण वह डूब गई। नाव डूबते देख वहां पर हड़कंप मच गया। आसपास के लोग बचाव कार्य में जुट गए। सूचना पर अयोध्या व बाराबंकी जनपद की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय गोताखोरों की मदद से राहत कार्य शुरू किया। इस दौरान एक बुजुर्ग का शव बरामद हुआ, जिसकी पहचान सूर्य प्रकाश (65) पुत्र स्व गुरुदीन निवासी सुरती का पुरवा थाना सुबेहा जनपद बाराबंकी के रूप में हुई।

नाव पर सवार 11 लोगों ने तैरकर अपनी जान बचाई। शेष दो नदी में लापता हो गए। सूचना पर पहुंचे विधायक रामचंद्र यादव, रुदौली उप जिलाधिकारी स्वप्निल यादव, सीओ रुदौली सुरेंद्र प्रसाद तिवारी, मवई थाना प्रभारी नीरज सिंह व सुबेहा पुलिस भी मौके पर राहत कार्य में जुट गए। नदी में खोजबीन के दौरान 12 साइकिलें बरामद हुई हैं, जो नाव पर ही थी। एसडीएम रुदौली स्वप्निल यादव ने बताया कि घटना की जानकारी होते ही मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू कराया गया। एक बुजुर्ग का शव बरामद हुआ है। 11 लोग तैरकर किनारे पर आ गए, दो अन्य लोगों की तलाश जारी है।

नाव पर यह लोग थे सवार : नदी में जो नाव डूबी वह जर्जर बताई जा रही है। इसके बाद भी इस पर करीब 14 लोगों व दर्जन भर साइकिल को लेकर पार किया जा रहा था। नाव पर सवार सभी बाराबंकी जनपद के निवासी हैं। इसमें तैरकर वापस आने वालों में चालक अनिल कुमार निषाद निवासी सुबेहा, राम कुमार, पिंटू निवासी गढी घोसिया मऊ, रामप्रकाश निवासी तिवारी का पुरवा सुबेहा, सुमिरन निवासी रामपुर नट बीरन, रामचंद्र निवासी मल्हन का पुरवा सुबेहा, मायाराम निवासी लल्लू का पुरवा थाना सुबेहा, भवानी भीख निवासी सुरती का पुरवा, सुशील तिवारी निवासी तिवारी का पुरवा सुबेहा, विश्वनाथ निवासी मी नगर थाना सुबेहा, राम भगत निवासी कंधई गढी घोसिया मऊ सुबेहा शामिल रहे। अभी भी दो लापता बताए जा रहे हैं।

नदी पर पुल न होने के कारण हुआ यह हादसा : बताया जाता है कि गोमती नदी पर यहां के आसपास के ग्रामीण कई वर्षों से शासन से पुल बनवाने की मांग कर रहे थे। पुल न बनने के कारण लोग बाराबंकी व अयोध्या आने जाने के लिए नाव का ही सहारा लेते हैं। मजबूत नाव न होने के कारण आज यह एक बड़ा हादसा हुआ। विग्निया घाट पर पुल का निर्माण शुरू हो चुका है।