घर से नाराज होकर निकला बच्चा और लोहित एक्सप्रेस में बैठा,पैसेंजर की सूचना पर पुलिस ने उतारा

हरदोई में लोहित एक्सप्रेस से एक बच्चे को लोहित एक्सप्रेस से बरामद किया गया। उससे पूछताछ में पता चला कि बच्चा नाराज होकर घर छोड़कर निकल गया। वह लोगों की मदद लेकर लोहित एक्सप्रेस में जा बैठा। सोशल मीडिया पर बच्चे की गुमशुदगी का मामला वायरल होने के बाद पैसेंजर ने पुलिस को जानकारी दी।

घर से नाराज होकर निकला बच्चा और लोहित एक्सप्रेस में बैठा,पैसेंजर की सूचना पर पुलिस ने उतारा

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के हरदोई स्टेशन पर लोहित एक्सप्रेस के स्लीपर कोच से 11 वर्ष के बच्चे नवनीत की बरामदगी का मामला सामने आया है। बच्चा बस्ती का रहने वाला है। माता-पिता की डांट से ऐसा नाराज हुआ कि घर छोड़कर निकल गया। घर छोड़कर निकला तो उसे कुछ सूझा नहीं। लोगों से मदद मांगी और बस्ती स्टेशन पहुंच गया। स्टेशन पर उस समय गुवाहाटी से जम्मू तवी जा रही लोहित एक्सप्रेस खड़ी थी। बच्चे ने बिना कुछ सोचे-समझे ट्रेन के एस-7 कोच में यात्रा शुरू कर दी। पैसेंजर्स ने जब बच्चे को अकेले सफर करते देखा तो उन्हें शक हुआ। इसके बाद एक पैसेंजर ने ट्विटर पर बच्चे की फोटो देखी, इसमें उसके परिजनों ने गुमशुदगी की जानकारी देते हुए उसके बारे में कोई भी जानकारी होने पर सूचना देने की अपील की थी। पैसेंजर इन पुलिस को फोन कर बच्चे की जानकारी दी। हरदोई स्टेशन पर बच्चे को सकुशल उतार लिया गया।

बच्चा किस बात पर नाराज होकर घर से निकला, यह अभी सामने नहीं आया है। हालांकि, उसने एक ऐसी यात्रा शुरू कर दी थी, जो उसे किसी और रास्ते पर ले जाता। पैसेंजर्स की सतर्कता के कारण उस बच्चे का पता चल गया। बच्चे के गायब होने के बाद परिजन उसकी तलाश में जुटे हुए थे। परेशान परिजनों ने जब हर जगह बच्चे की तलाश कर ली तो उन्हें सोशल मीडिया पर बच्चे के गायब होने की सूचना डाल दी। इसके साथ-साथ उसका फोटो भी डाल दिया।

थानाध्यक्ष रेहान खान ने इस पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बस्ती के वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के महादेव ग्राम पंचायत के निवासी आदित्य तिवारी का 11 वर्षीय बेटा नवनीत मंगलवार दोपहर 3 बजे गायब हो गया था। परिजनों ने गुमशुदगी की सूचना सोशल मीडिया पर डाली थी। ट्विटर पर बच्चे की गुमशुदगी की ट्वीट देखकर एक रेल यात्री ने लोहित एक्सप्रेस में उसके होने की सूचना रेलवे कंट्रोल को दी। रेलवे के अधिकारियों ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है। बच्चे के माता-पिता से उसकी फोन पर बात कराई गई।

रेलवे कंट्रोल को जैसे ही एक गुमशुदा बच्चे की लोहित एक्सप्रेस के एस-7 कोच में होने की सूचना मिला, रेलवे विभाग अलर्ट मोड में आया। तत्काल जीआरपी, आरपीएफ और सीएमआई मनीष वाजपेई को मामले की सूचना दी गई। सूचना मिलते ही मनोज वाजपेई स्टेशन पहुंचे। जीआरपी और आरपीएफ की टीम एक्टिव हुई। स्टेशन पर ट्रेन पहुंचते ही पूरी टीम एस-7 कोच में घुसी और बच्चे को वहां उतार लिया गया।

जीआरपी थानाध्यक्ष ने बच्चे से घर से भागने को लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि वह नाराज होकर निकला था। घर से निकलने के बाद उसे कहीं दूर जाना था। इसलिए, उसने ट्रेन पकड़ने की सोची। एक व्यक्ति से मदद मांगी। रेलवे स्टेशन पर जो गाड़ी दिखी, उसी पर बैठ गया। बच्चे का चाचा अभिषेक तिवारी सूचना मिलने के बाद देर रात हरदोई जीआरपी पहुंचा। वहां तमाम प्रक्रियाओं को पूरा कराने के बाद बच्चे को परिजन को सौंप दिया गया। इसके बाद परिजनों की परेशानी भी कम हुई।