फर्जी दस्तावेजों पर वैध पासपोर्ट बनाने का मामला : आरोपी अफसर का तबादला, बचने की जुगत में आरोपी अफसर

डिप्टी पासपोर्ट अफसर यशपाल को विभागीय जांच सौंपी गई थी। मगर अब उनका भी तबादला जालंधर कर दिया गया है। ऐसे में जांच एक तरह से ठप पड़ी है। अफसरों की उस पर मेहरबानी है। बचाने का भी खेल चल रहा है।

फर्जी दस्तावेजों पर वैध पासपोर्ट बनाने का मामला : आरोपी अफसर का तबादला, बचने की जुगत में आरोपी अफसर
फर्जी दस्तावेजों पर वैध पासपोर्ट बनाने का मामला

कानपुर में फर्जी दस्तावेजों के जरिये वैध पासपोर्ट बनवाने के खेल में शामिल पासपोर्ट अफसर शैलेंद्र सिन्हा का चंडीगढ़ तबादला हो गया है। अभी तक विभागीय स्तर पर उस पर कोई भी सख्त कार्रवाई नहीं की गई। मामले की जांच कर रहे विभागीय अफसर का भी जालंधर तबादला कर दिया गया है।

इधर कर्नलगंज पुलिस ने पासपोर्ट अफसर को पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर दिया है। कर्नलगंज पुलिस ने जनवरी में बाबूपुरवा निवासी वसीम अली को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। पुलिस ने खुलासा किया था कि वसीम व उसका गिरोह फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसके जरिये असली पासपोर्ट बनवाता है।

विवेचना के दौरान पुलिस ने दानिश और वाराणसी निवासी विपिन गुप्ता को जेल भेजा था। आरोपियों से पूछताछ से मिली जानकारी व सीडीआर समेत अन्य तथ्यों से सामने आया था कि कानपुर पासपोर्ट सेवा केंद्र में तैनात रहे तत्कालीन पासपोर्ट अफसर शैलेंद्र सिन्हा इस फर्जीवाड़े में शामिल हैं।

इस बीच अमर उजाला ने यह भी खुलासा किया था कि 2019 में जब शैलेंद्र सिन्हा की तैनाती कानपुर में थी, तो भी कई पासपोर्ट फर्जीवाड़ा कर बनवाए गए थे। साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने शैलेंद्र सिन्हा को भी आरोपी बनाया था। पहले उनको क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय लखनऊ से संबद्ध किया गया था। अब उनका तबादला चंडीगढ़ कर दिया गया है।

फर्जीवाड़े का खुलासा हुए कई महीने हो गए हैं, लेकिन विभागीय स्तर पर शैलेंद्र सिन्हा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। डिप्टी पासपोर्ट अफसर यशपाल को विभागीय जांच सौंपी गई थी। मगर अब उनका भी तबादला जालंधर कर दिया गया है। ऐसे में जांच एक तरह से ठप पड़ी है। अफसरों की उस पर मेहरबानी है। बचाने का भी खेल चल रहा है।