विधानसभा 2022 चुनावों के लिए अलीगढ़ की 6 सीटों पर BJP प्रत्याशी घोषित : शहर विधानसभा की नहीं हुई घोषणा, इनके नाम पर पार्टी ने लगाई मुहर

अलीगढ़ की 7 में से 6 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम पर फाइनल मुहर लग गई है। इसमें पार्टी ने बरौली से सिटिंग विधायक ठा. दलवीर सिंह का टिकट काटते हुए उनके स्थान पर एमएलसी ठा. जयवीर सिंह को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है।

विधानसभा 2022 चुनावों के लिए अलीगढ़ की 6 सीटों पर BJP प्रत्याशी घोषित :  शहर विधानसभा की नहीं हुई घोषणा, इनके नाम पर पार्टी ने लगाई मुहर
विधानसभा 2022 चुनावों के लिए अलीगढ़ की 6 सीटों पर BJP प्रत्याशी घोषित

विधानसभा 2022 चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। जिसमें अलीगढ़ की 7 में से 6 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम पर फाइनल मुहर लग गई है। इसमें पार्टी ने बरौली से सिटिंग विधायक ठा. दलवीर सिंह का टिकट काटते हुए उनके स्थान पर एमएलसी ठा. जयवीर सिंह को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है। वहीं दूसरी ओर शहर विधानसभा सीट से अभी प्रत्याशी की घोषणा नहीं क गई है। शहर विधानसभा सीट पर वर्तमान में भाजपा के संजीव राजा सिटिंग विधायक हैं।

इनके नाम पर पार्टी ने लगाई मुहर

अनिल पराशर, भाजपा प्रत्याशी : विधानसभा कोल : भाजपा ने कोल विधानसभा सीट से वर्तमान विधायक अनिल पराशर की टिकट दुबारा फाइनल कर दी है। अनिल पराशर शांत स्वभाव वाले व्यक्ति हैं और जनता के बीच में उनकी अच्छी पकड़ है। जिसके चलते उनके टिकट को दुबारा रिपीट करके हुए उम्मीदवार बनाया गया है।

अतरौली विधानसभा : अलीगढ़ की अतरौली विधानसभा से यूपी के पूर्व सीएम व राजस्थान के राज्यपाल रहे बाबूजी कल्याण सिंह के पौत्र संदीप सिंह के नाम पर दुबारा मुहर लगाई है। संदीप सिंह वर्तमान में यूपी सरकार के राज्यमंत्री हैं और देश में सबसे कम उम्र के मंत्री बनने का रिकार्ड भी उन्हीं के नाम है।

खैर विधानसभा : भाजपा ने खैर से वर्तमान विधायक अनूप प्रधान को अपना प्रत्याशी बनाया है। अनूप प्रधान लंबे समय से पार्टी से जुड़े रहे हैं और ग्राम प्रधन भी रहे हैं। क्षेत्र में और समाज के लोगों में उनकी अच्छी पकड़ भी है।

इगलास विधानसभा : अलीगढ़ के इगलास क्षेत्र से सिटिंग विधायक राजकुमार सहयोगी पर पार्टी ने दुबारा भरोसा जताया है। उन्होंने 2017 के चुनावों में रालोद के वर्चस्व वाली सीट पर पार्टी को जीत दिलाई थी। इसके साथ ही वह संघ से भी जुड़े रहे हैं।

छर्रा विधानसभा : अलीगढ़ के छर्रा से सिटिंग विधायक ठा. रवेंद्र पाल सिंह को दुबारा प्रत्याशी बनाया गया है। विधायक रवेंद्र पाल, बाबूजी कल्याण सिंह परिवार के करीबी माने जाते हैं और रियल स्टेट कारोबारी भी हैं। आमजनों में भी उनकी पकड़ अच्छी है।

बरौली विधानसभा : अलीगढ़ के बरौली से सिटिंग विधायक ठा. दलवीर सिंह का टिकट काटते हुए भाजपा MLC व पूर्व मंत्री ठा. जयवीर सिंह को टिकट दिया गया है। कद्दावर नेता होने के साथ ही जयवीर सिंह रियल स्टेट कारोबारी हैं और नोएडा में उनका एक निजी विश्वविद्यालय भी है।

शहर पर घोषित न होने से चर्चाएं शुरू

भाजपा की पहली सूची में अलीगढ़ की 7 विधानसभाओं में से 6 पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की जा चुकी है। लेकिन अलीगढ़ की शहर विधानसभा सीट पर प्रत्याशी के नाम पर मुहर नहीं लगी है। जिसके बाद शहर में चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि पार्टी सिटिंग विधायक संजीव राजा का टिकट काट सकती है। क्योंकि बीते 18 नवंबर 2021 को अलीगढ़ की एमपी-एमएलए कोर्ट ने 23 साल पुराने मामले में दो साल कैद की सजा सुनाई थी। विधायक संजीव राजा के ऊपर आरोप था कि उन्होंने 17 नवंबर 1999 को बन्नादेवी थाना क्षेत्र में ऑन ड्यूटी पुलिस कर्मी के साथ मारपीट व अभद्रता की थी। इसके साथ ही सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई थी। न्यायालय ने उक्त मामले में विधायक को दोषी मानते हुए सजा सुनाई थी। जिसके बाद यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि पार्टी इस मामले को देखते हुए विधायक का टिकट काटकर दूसरा प्रत्याशी मैदान में उतार सकती है।