काशियाना फाउंडेशन : नशामुक्त भारत बनने के बाद ही भारत बन पाएगा विश्वगुरू

दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में काशियाना फाउंडेशन द्वारा आयोजित नशामुक्त भारत यात्रा के धन्यवाद सत्र में संस्था का सातवां स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने नशामुक्त भारत यात्रा के यात्रियों को सम्मानित कर उनकी हौसला आफजाई की।मंच का संचालन काशियाना फाउंडेशन के अध्यक्ष सुमीत अंकुर ने एवं धन्यवाद ज्ञापन सुनील मिश्रा ने किया।

काशियाना फाउंडेशन : नशामुक्त भारत बनने के बाद ही भारत बन पाएगा विश्वगुरू
दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में काशियाना फाउंडेशन द्वारा आयोजित नशामुक्त भारत यात्रा के धन्यवाद सत्र में संस्था का सातवां स्थापना दिवस मनाया गया

दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में काशियाना फाउंडेशन द्वारा आयोजित नशामुक्त भारत यात्रा के धन्यवाद सत्र में संस्था का सातवां स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने नशामुक्त भारत यात्रा के यात्रियों को सम्मानित कर उनकी हौसला आफजाई की।

राष्ट्रीय महासचिव भाजपा कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व आयुक्त दिव्यांगजन भारत सरकार डॉ कमलेश कुमार, सांसद दिल्ली हंस राज हंस, खेलरत्न अवार्डी पद्मश्री डॉ दीपा मलिक, डॉ उत्तम ओझा, संस्था अध्यक्ष सुमीत अंकुर, डॉ सचिन मिश्रा, आशीष गुप्ता, प्रशांत सचान, डॉ क्रांति श्रीवास्तव द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

संस्था के संस्थापक सुमित सिंह ने बताया कि देश को नशामुक्त बनाने के लिए काशियाना फाउंडेशन की ओर से बीते दिनों एक भारत यात्रा निकाली गई। 40 दिन की इस 15000 किलोमीटर की यात्रा के माध्यम से हिंदुस्तान के 22 राज्यों के 75 जिलों के लगभग पांच करोड़ लोग जागरूक हुए। भारत को नशामुक्त करके ही विश्वगुरू बनाया जा सकता है। आज नशा देश के अनगिनत बच्चों के उज्जल भविष्य के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। तमाम माताओं, बहनों के जीवन में कष्ट का कारण भी नशा ही है। आज देश की बड़ी आबादी विभिन्न प्रकार के नशें में लिप्त अपना जीवन नर्क बनाने के साथ-साथ राष्ट्र के भविष्य को भी संकटमय कर रहे हैं।

मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महासचिव भाजपा कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जितने भी क्रिमिनल्स हैं, सब ड्रग्स लेते हैं। ड्रग्स लेने के बाद सोचने समझने की शक्ति खत्म हो जाती है। नशा लेने वाला व्यक्ति क्रूर हो जाता है। हम सब लोगों को मिलकर समाज को सही दिशा में ले जाना होगा। यह हम सब लोगों की जिम्मेदारी है। सरकार कानून बना सकती है लेकिन उसका सही अनुपालन तो समाज को ही कराना होगा। नशा एक अंतरराष्ट्रीय साजिश है अपने भारतवर्ष के युवाओं को भ्रमित करने की। नशा करना है तो देशभक्ति का नशा करो।

पूर्व आयुक्त दिव्यांगजन भारत सरकार डॉ कमलेश कुमार ने नशा उन्मूलन से जुड़े सभी कानूनी नियमों के बारे में बताया और वो कब से लागू हुए उनके संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

खेलरत्न अवार्डी पद्मश्री डॉ दीपा मलिक ने कहा कि युवाओं से संवाद स्थापित करना होगा कि वो नशे की चकाचौंध की ओर न भागें। नकारात्मक विचारों से दूर रहना होगा क्योंकि नकारात्मक विचार आने पर सबसे पहला साथी नशा ही दिखता है।

सांसद दिल्ली हंस राज हंस ने सभी धर्मों का वर्णन देते हुए बताया कि किसी भी धर्म में नशे को महिमामंडित नहीं किया गया है। लोग फ़िल्म स्टार्स को देखकर प्रेरणा लेते हैं, इसीलिए स्टार्स को इन चीजों के विज्ञापन से दूर रहना चाहिए। गायन, नृत्य, खेलकूद में आप अपने को व्यस्त रखेंगे तो नशा करने की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी।

डॉ उत्तम ओझा ने कहा कि यह यात्रा नक्सलवाद वाले क्षेत्रों में भी गयी, यह बहुत महत्वपूर्ण था। हमको हर वर्ग के लोगों को इसमें शामिल करना होगा। सभी लोगों से हाथ उठाकर वचन लिया कि इस अभियान में सहयोग देंगे नाकि सलाह देंगे। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भारतीय जनता पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने संस्थान की प्रशंसा करते हुए सुमित के प्रयासों को सराहा। जाजू ने कहा कि काशियाना समाज को मजबूत बनाने के लिए एक सकारात्मक दिशा में पूरी उर्जा के साथ काम कर रहा है इसलिए हम सभी को नशाउन्मूलन के क्षेत्र में चल रहे काशियाना फाउंडेशन के कार्यकलापों में सक्रिय सहभागिता देकर राष्ट्र के भविष्य को उज्जवल बनाने की दिशा में अपना महनीय सहयोग दे सकते हैं। यह देश के भविष्य को सुरक्षित और उज्जवल बनाने की दिशा में एक मानवीय यज्ञ है।

  • अतिथियों के अलावा देश के कोने-कोने से आए कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी नशे से समाज को बचाने के लिए अपने विचार साझा किए।
  • कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों ने फाउंडेशन की स्थापना दिवस और नशामुक्त भारत यात्रा को लेकर सुमित को बधाइयां एवं शुभकामनाएं दी।
  • कार्यक्रम में आशीष, अनूप झा, अमित, धनंजय, आकाश देवराज दुर्गेश, प्रखर, सुधांशु, बृजेश, आशुतोष, देवेश, रितिक आदि लोग उपस्थित रहे।