अखिल भारतीय डोहर (दोहरे) समाज महासंघ के राष्ट्रीय अधिवेशन में समाजिक एकजुटता और शैक्षिक चेतना को लेकर एकजुट हुये लोग

अधिवेशन में समाज में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने, कमजोर परिवार के मेधावी छात्र-छात्राओं की मदद व पे-बैक टू सोशाइटी के सिद्धांत को ईमानदारी से अमल करने पर जोर दिया गया।

अखिल भारतीय डोहर  (दोहरे) समाज महासंघ के राष्ट्रीय अधिवेशन में समाजिक एकजुटता और शैक्षिक चेतना को लेकर एकजुट हुये लोग
राष्ट्रीय अधिवेशन के अवसर पर संगठन के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी मोहर सिंह दोहरे

लखनऊ। अखिल भारतीय डोहर  (दोहरे) समाज महासंघ के राष्ट्रीय अधिवेशन में समाजिक एकजुटता और शैक्षिक चेतना की लौ जलाने के लिए उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में रह रहे डोहर समाज के प्रबुद्ध लोग एकजुट हुये, जिसमें सामाजिक उत्थान सहित उन तमाम मुद्दों पर गहन मंथन किया गया, जिसे सामाज के लोगों को सख्त जरूरत है।

अधिवेशन में इस बात पर भी विमर्श किया गया कि डोहर समाज के लोगों को राष्ट्रीय स्तर पर  कैसे एकसूत्र में पिरोये रखा जा सकता है।

समाज में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने, कमजोर परिवार के मेधावी छात्र-छात्राओं की मदद व पे-बैक टू सोशाइटी के सिद्धांत को ईमानदारी से अमल करने पर जोर दिया गया।

 इस कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ के आईआइएम रोड स्थित सुरभि मैरिज लॉन में किया गया।

अखिल भारतीय डोहर(दोहरे) समाज महासंघ के राष्ट्रीय अधिवेशन के अवसर पर संगठन के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी मोहर सिंह  दोहरे ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत संगठन बनाने के लिए समाज के हर व्यक्ति की महती भूमिका है, उन्होंने कहा कि देश-विदेश या भारत के किसी भी कोने में समाज का कोई व्यक्ति रहता है तो उसे जोड़ने का काम करें, उन्होंने कहा कि एकता में बहुत शक्ति होती है, राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि समाज में एकजुटता लाने के लिए सोशल मीडिया से शुरू हुई एक छोटी सी पहल ने एक विशाल संगठन खड़ा कर दिया, उन्होंने कहा कि अगर भावना अच्छी हो तो, परिणाम भी सुखद आते हैं।

उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को चाहिए कि वह समूहों में एकजुट होकर कार्य करें, लोगों को संगठित कर संगठन से जोड़ने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि राजनीतिक और धार्मिक ताकतों का सामना करने के लिए स्थानीय इतिहास को समझने और नए आयामों को स्थापित करने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि बाबासाहब के विचारों को ग्रहण कर समाज को अग्रणीय बनाने में योगदान दे। इसके लिए बेहरत शिक्षा हासिल करें। क्योंकि शिक्षित व्यक्ति ही परिस्थितियों को समझकर समाज को सही दिशा प्रदान कर सकता है। वर्तमान समय में समाज को संगठित होने की भी जरूरत है।

वहीं बाबा साहब भीमराव विश्वविद्यलाय के ज्वांइट रजिस्ट्रार आनंद कुमार दोहरे ने कहा कि डॉ. आंबेडकर की चेतना से संपन्न जो लोग हैं, उनको समाज में किसी के प्रति भी भेदभाव नहीं करना चाहिए, समाज के कमजोर लोगों को भी आगे बढ़ाने की भावना के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को समाज में समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व की भावना से काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा से सफलता के द्वार खुलते हैं, समाज के लोगों को यह बात जितनी जल्दी हो समझ में आ जाना चाहिए। वहीं कार्यक्रम के संयोजक व सुरभी मैरिज लॉन के संचालक प्रताप सिंह  ने कहा कि समाज के युवाओं को अपने मान-सम्मान एवं अधिकारों के लिए एकजुट होना होगा।

उन्होंने कहा कि यह समाज के युवाओं की जिम्मेदारी बनती है कि वो समाज के अधिकारों के लिए समाज में जागरुकता और भाईचारा बनाएं। उन्होंने युवाओं को वक्त और टेक्नोलॉजी के साथ कदमताल करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि वह संगठन को आगे बढ़ाने के लिए जो भी बन पड़ेगा उसे करेगें। उन्होंने कहा कि बस भावना यही कि तरक्की करें दोहरे समाज। वहीं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमाकांत दोहरे  ने समाज की महिलाओं और युवतियों के शिक्षित होने और उनको हर क्षेत्र में आगे आने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि किसी भी समाज का विकास, महिलाओं की जागरुकता पर आधारित होता है, परिवार में किसी महिला के जागरुक एवं शिक्षित होने का अर्थ है कि वह पूरा परिवार जागरुक और शिक्षित है।

वहीं मंडी समिति में कार्यरत श्रीमती कमला  ने कहा कि समाज के लोग अपनी प्राथमिक प्राथमिकताएं सुनिश्चित करे और अपनी ऊर्जा अपने विकास पर लगाए। उन्होंने कहा कि अधिकार तभी प्राप्त किए जा सकते हैं, जब हम उन्हें प्राप्त करना जानते हों, जिसके लिए शिक्षित होना बहुत अनिवार्य है। हमें अपने कार्य मेहनत और ईमानदारी से करना चाहिए।

मंच का संचालक कर रहे राम औतार दोहरे  ने शिक्षा पर ज़ोर देते हुए कहा कि, शिक्षा ही सभी समस्याओं का समाधान है और शिक्षा के बलबूते ही बच्चे अपना भविष्य बना सकते हैं।

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह जी ने कहा कि बाबा साहेब ने भी शिक्षा को ही मूलमंत्र बताया था। इसलिए हमें अपने बच्चों को शिक्षित अवश्य करना चाहिए ताकि वो अपना भविष्य सुधार सकें और देश व समाज को नई दिशा दे सके...