इटावा सफारी प्रशासन ने कमाए 5 लाख से ज्यादा : पहली बार 3 हजार से अधिक पर्यटक सैर करने पहुंचे, भीड़ संभालने के लिए 2 थानों की फोर्स बुलाई गई

सफारी पार्क में अब तक का पर्यटक और शुल्क आने का रिकॉर्ड टूट गया। पहली बार 3 हजार से अधिक पर्यटक एक दिन में पार्क में पहुंचे। 5 लाख से अधिक की आमदनी हुई। हालांकि जश्न के बीच लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा। ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए पर्यटकों में मास्क और कोरोना गाइडलाइन का पालन तक नहीं किया।

इटावा सफारी प्रशासन ने कमाए 5 लाख से ज्यादा : पहली बार 3 हजार से अधिक पर्यटक सैर करने पहुंचे, भीड़ संभालने के लिए 2 थानों की फोर्स बुलाई गई
इस बार सफारी प्रशासन को 5 लाख 67 हजार 50 रुपए की आमदनी एक दिन में हुई है।

बड़ी तादाद में पर्यटक विश्व प्रसिद्ध इटावा लायन सफारी पार्क को देखने के लिए उमड पड़े। इस बार सफारी पार्क में अब तक का पर्यटक और शुल्क आने का रिकॉर्ड टूट गया। पहली बार 3 हजार से अधिक पर्यटक एक दिन में पार्क में पहुंचे। 5 लाख से अधिक की आमदनी हुई। हालांकि जश्न के बीच लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा। ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए पर्यटकों में मास्क और कोरोना गाइडलाइन का पालन तक नहीं किया।

कोविड-19 के बंद हो गया था पार्क : सफारी पार्क में सबसे पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 2016 में स्पॉटेड डियर सफारी का उद्घाटन किया था। सपा सरकार जाने के बाद 24 नवंबर 2019 को वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने सफारी पार्क का पर्यटकों के लिए उद्घाटन किया था, लेकिन यह महज 3 महीने ही संचालित हो सका था, क्योंकि कोविड-19 के कारण सफारी को फिर से बंद करना पड़ा था। 3 महीने में सफारी को लगभग 1 करोड़ की आमदनी टिकट से हुई थी। जिसके बाद आज पहली बार एक दिन में इतने ज्यादा पर्यटक पहुंचे है, जो अभी तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बन गया है।

बीते दिनों आगरा फोटोग्राफर एसोसिएशन की लगभग 100 लोगों की टीम सफारी प्रशासन के आग्रह पर पहुंची थी। यहां उन्होंने पार्क में शेरों, हिरणों, ब्लैक बग, भालू और लेपर्ड देखे थे। साथ ही सफारी पार्क की सुंदरता को देखते हुए इस प्रोजेक्ट की काफी तारीफ की थी। उन्होंने सफारी प्रशासन को यह आश्वासन दिया था कि पर्यटकों को बढ़ावा देने के पूरे प्रयास किए जाएंगे।

भीड़ संभालने के लिए 2 थानों की फोर्स बुलाई गई : नए साल के पहले दिन आने वाले पर्यटकों में अधिकांश पर्यटक आगरा, फिरोजाबाद और शिकोहाबाद के थे। पहली बार इतनी बड़ी संख्या में पहुंचे पर्यटकों को संभालने के लिए दो थानों की फोर्स को बुलाना पड़ा, जिससे कि सफारी में कोई अव्यवस्था न हो सके। डीएफओ आगरा रेंज डीपी श्रीवास्तव, सफारी पार्क के डायरेक्टर एके सिंह, गार्ड और ऑफिस कर्मचारी भीड़ को संभालने के लिए और व्यवस्था बनाने में मुस्तैद रहे।

6 प्राइवेट बसों का किया गया था इंतजाम : नए साल के जश्न पर जिस तरह की भीड़ सफारी पार्क में देखी गई, उससे ऐसा प्रतीत हुआ कि जैसे सफारी पार्क की ओपनिंग आज के ही दिन हुई है। एक-एक परिवार के 15 से 20 सदस्य पार्क में बच्चों के साथ पहुंचे हुए थे। कई परिवार तो ऐसे रहे जो पहली दफा सफारी पार्क आए। सफारी प्रबंधन ने पर्यटकों के लिए 6 प्राइवेट बसों का विशेष इंतजाम किया हुआ था।

पिछली बार की तुलना यह दोगुनी भीड़ हुई : सफारी के डिप्टी डायरेक्टर अरुण सिंह के मुताबिक, इस साल के पहले दिन 2,584 वयस्क और 421 बच्चे पार्क में घूमने आए थे। हम लोग को इस बात का अंदाजा नहीं था कि इतनी भीड़ आएगी। पिछली बार की तुलना यह दोगुनी भीड़ है। इस बात से सफारी प्रशासन में खुशी है कि प्रचार-प्रसार से फायदा मिला है।

भीड़ अधिक होने के कारण 3 बजे ही टिकट बुकिंग बंद करवा दी गई थी, जिसके बावजूद 5 लाख 67 हजार 50 रुपए की आमदनी हुई है। पूर्व में जो सबसे ज्यादा सफारी को शुल्क प्राप्त हुआ था, वह 2 लाख 92 हजार का था। उन्होंने कहा कि लेपर्ड को पर्यटकों को दिखाए जाने के लिए थोड़ा सा समय लग रहा है, क्योंकि उनको छोड़े जाने वाला क्षेत्र थोड़ा सा क्षतिग्रस्त है। जल्द ही उनके लिए भी व्यवस्था की जाएगी।