कोरोना के मामलों में आ रही कमी के बाद बनारस के घाटों पर लौटने लगी है रौनक, अपने पुरातन स्वरूप में शुरू हुई माँ गंगा की दैनिक महाआरती

कोरोना के मामलों में आ रही कमी के बाद हालात कई राज्यों में धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। वाराणसी के दशाश्वमेध घाट को फूल मालाओं से व दीपकों से सजाया गया था। वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर माँ गंगा की दैनिक महाआरती अपने पुराने स्वरूप में होने लगी

कोरोना के मामलों में आ रही कमी के बाद बनारस के घाटों पर लौटने लगी है रौनक, अपने पुरातन स्वरूप में शुरू हुई माँ गंगा की दैनिक महाआरती
बनारस के घाटों पर लौटने लगी है रौनक

वाराणसी :  बनारस के गंगा घाटों पर रौनक़ लौटने लगी है। लगभग पांच महीने बाद प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर माँ गंगा की दैनिक महाआरती अपने पुरातन स्वरूप में प्रारम्भ हो गई। कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए आस्‍थावानों ने हर हर महादेव के साथ हर हर गंगे का उद्घोष कर देश से कोरोना के नाश के लिए मां गंगा से कामना की। इस दौरान घाट को फूल मालाओं से व दीपकों से सजाया गया था। सेवा निधि के सुशांत मिश्र ने बताया कि 5 महीनों के बाद एक बार फिर से गंगा आरती शनिवार को अपने दिव्य और भव्य रूप से शुरू हुई।

मुख्य बातें

  • बनारस के घाटों पर लौटने लगी है रौनक
  • प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर माँ गंगा की दैनिक महाआरती अपने पुरातन स्वरूप में हुई शुरू
  • पहले हो रही थी सांकेतिक आरती

दरअसल कोरोना की दूसरी लहर में लगभग पांच महीने से सांकेतिक तौर पर एक ब्राह्मण से ही आरती कराई जा रही थी लेकिन आरती कराने वाली समिति ने अब सात ब्राह्मणों से गंगा आरती कराने का निश्चय किया है।इस दौरान आरती में प्रतीक के तौर पर रिद्धि-सिद्धी कन्याएं भी मौजूद रहीं। समिति के अनुसार कोरोना की पहली लहर में आरती लगभग आठ महीने तक प्रभावित रही थी। इस बार पांच माह के बाद आरती शुरू हुई है।