लखनऊ : बच्ची को अगवा कर मांगी 5 लाख की फिरौती, स्कूल से बच्ची को घर छोड़ने के बहाने ले गया, घर के पास पुलिस देख छोड़कर भागा

एसीपी कृष्णानगर स्वतंत्र कुमार सिंह के मुताबिक शनिवार दोपहर 2 बजे के करीब एक युवक लतीफनगर निवासी आशिफ अली के बेटी साहिबा (07) को घर पर ताला लगा होने और पिता के पास पहुंचाने की बात कहकर साथ ले गया था।

लखनऊ : बच्ची को अगवा कर मांगी 5 लाख की फिरौती,  स्कूल से बच्ची को घर छोड़ने के बहाने ले गया, घर के पास पुलिस देख छोड़कर भागा
पुलिस ने 7 साल की बच्ची साहिबा को सकुशल बरामद कर लिया है।

लखनऊ के बंथरा में एक सिरफिरे युवक ने 7 साल की बच्ची को घर छोड़ने के बहाने अगवा कर लिया। उसके बाद बच्ची के पिता को फोन करके 5 लाख की फिरौती मांगी। बेटी के अपहरण की सूचना मिलते ही परिवार के होश उड़ गए। परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी तो संदिग्ध युवक बच्ची को घर के पास छोड़कर भाग निकला। एसीपी कृष्णानगर स्वतंत्र कुमार सिंह के मुताबिक शनिवार दोपहर 2 बजे के करीब एक युवक लतीफनगर निवासी आशिफ अली के बेटी साहिबा (07) को घर पर ताला लगा होने और पिता के पास पहुंचाने की बात कहकर साथ ले गया था।

पुलिस के दबाव में बच्ची को छोड़कर भागा : कुछ देर बाद आरोपी ने बच्ची के पिता के मोबाइल पर 5 लाख रुपए फिरौती की मांग की। परिजनों के सूचना मिलते ही घटना स्थल से पीड़ित के घर तक पुलिस ने चेकिंग शुरू कर दी। पुलिस की सक्रियता को देखते हुए संदिग्ध युवक बच्ची को घर के पास छोड़कर भाग गया। बच्ची सकुशल है। अभी तक की जांच में सामने आया है कि बच्ची को अगवा करने वाला कोई करीबी है। उसके पास पिता का नंबर कैसे आया इसकी भी जांच की जा रही है। संदिग्ध युवक का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाया गया है।

अपहरण और गलत नीयत से अगवा करने के एंगल पर पड़ताल : पुलिस सूत्रों के मुताबिक बच्ची को अगवा करने वाले की तलाश में तीन टीम लगाई गई हैं। पुलिस टीम की जांच अपहरण के साथ ही गलत नीयत से बच्ची को उठाने के एंगल पर भी की जा रही है। संदिग्ध युवक बच्ची का करीबी माना जा रहा है। जिसकी बातों में आकर वह उसके साथ चली गई, लेकिन बच्ची उसका नाम नहीं बता पा रही है। आरोपी ने मामले को मोड़ देने के लिए फिरौती के लिए फोन कर दिया।

मेडिकल के दौरान डॉक्टरों नहीं दिखाई संवेदनशीलता : बरामद बच्ची साहिबा को लेकर सिपाही मिथलेश शनिवार शाम को मेडिकल कराने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरोजनी नगर पहुंची। जहां डॉक्टरों ने लापरवाही करते हुए काफी देर तक सिपाही को रोके रखा। उसके बाद ड्यूटी पर डॉक्टर न होने की बात कहकर रात 8 बजे आने का लिखित पत्र थमा दिया।