खाकी के पहरे में जबरन कराया अंतिम संस्कार : पुलिस ने तहरीर गायब कर दी, एफआईआर की कॉपी देने में आनाकानी, रात में करवाया पोस्टमार्टम

पीएनबी अफसर श्रद्धा के आत्महत्या के मामले में पुलिस खेल करने के प्रयास में जुट गई है। मृतका के परिजनों का कहना है कि शनिवार रात पुलिस ने जबरन अयोध्या में ही शव का दाह संस्कार करवा दिया। चिता जबतक जलकर ठंडी नही हुई चारो तरफ पुलिस का पहरा लगा रहा।

खाकी के पहरे में जबरन कराया अंतिम संस्कार : पुलिस ने तहरीर गायब कर दी, एफआईआर की कॉपी देने में आनाकानी, रात में करवाया पोस्टमार्टम
पीएनबी अफसर श्रद्धा के परिजनों का कहना है कि शनिवार रात पुलिस ने जबरन अयोध्या में ही शव का दाह संस्कार करवा दिया। चिता जबतक जलकर ठंडी नही हुई चारो तरफ पुलिस का पहरा लगा रहा।

अयोध्या में पीएनबी अफसर श्रद्धा के आत्महत्या के मामले में पुलिस खेल करने के प्रयास में जुट गई है। मृतका के परिजनों का कहना है कि शनिवार रात पुलिस ने जबरन अयोध्या में ही शव का दाह संस्कार करवा दिया। चिता जबतक जलकर ठंडी नही हुई चारो तरफ पुलिस का पहरा लगा रहा।

श्रद्धा के घरवालों ने बताया कि सुसाइड नोट में आईपीएस आशीष तिवारी का नाम देख पुलिस खेल करने का प्रयास करने लगी। शाम 5 बजे कोतवाली में तहरीर दी गयी थी। एक घंटे बाद एफआईआर की कॉपी मांगी गई तो कोतवाल ने कहा कि आपकी तहरीर कहीं खो गयी। इसके बाद श्रद्धा के पिता ने दूसरी तहरीर दी। दोबारा कॉपी मांगने पर कोतवाली पुलिस ने कहा कि 10 दिन बाद मिल पाएगी।

आईपीएस का नाम निकलना चाहती थी पुलिस : श्रद्धा की बहन अंजली ने बताया कि पुलिस ने एफआईआर की कॉपी देने से इनकार किया तभी समझ मे आ गया कि वह आईपीएस आशीष तिवारी का नाम बाहर करना चाहते हैं। पुलिस की मंशा भांपकर घरवाले अड़ गए। मामला बढ़ता देख एसएसपी के हस्तक्षेप पर रात 10 बजे कॉपी दी गयी।

पोस्टमार्टम के बाद बिना सिले ही शव सुपुर्द किया : अंजली ने बताया कि रात करीब 8 बजे पोस्टमार्टम शुरू हुआ। कितने डॉक्टर का पैनल था, वीडियोग्राफी हो रही थी या नही यह सब घरवालों को नही बताया गया। उधर शाम से ही पुलिस पीछे पड़ी थी कि शव को लखनऊ न ले जाने पाए। रात करीब 10 बजे शव मोर्चरी से बाहर निकाला गया तो खून टपक रहा था। शव को सिला ही नही गया था ताकि उसे कही ले न जाया जा सके।

हिन्दू रीति के खिलाफ करा दिया दाह संस्कार : परिजनों का कहना है कि हिन्दू धर्म मे सूरज ढलने के बाद शव जलाने की प्रथा नही है। पुलिस वालों से मिन्नतें की गई कि शव को घर ले जाकर सम्मान से अंतिम संस्कार तो पूरा करने दें। लेकिन उन लोगों से साफ कह दिया कि शव अयोध्या से बाहर नही जाएगा। और देर रात जबरन नया घाट पर दाह संस्कार करवा दिया।