दिल्ली में अब सार्वजनिक स्थानों पर मना सकेंगे छठ पर्व, DDMA की इन गाइडलाइंस का करना होगा पालन

उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के हालात काबू में हैं, लेकिन सावधान रहने की जरूरत है. त्योहारों का सीजन है छठ को लेकर लोगों की भावनाएं थी l डीडीएमए की बैठक में निर्णय लिया गया है कि दिल्ली में छठ मनाने की अनुमति दी जाएगी लेकिन स्ट्रिक्ट प्रोटोकॉल का पालन करते हुए.

दिल्ली में अब सार्वजनिक स्थानों पर मना सकेंगे छठ पर्व, DDMA की इन गाइडलाइंस का करना होगा पालन
राजधानी दिल्ली में छठ पूजा के सार्वजनिक आयोजन को मंजूरी मिली

राजधानी दिल्ली में पहले छठ के आयोजन पर रोक लगाने के बाद अब इसके सार्वजनिक आयोजन को लेकर मंजूरी दे दी गई है l दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) ने बुधवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया है. दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस ऐलान के साथ ही आयोजन में कोरोना संबंधी गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करने की बात कही है.

बुधवार को एक प्रेस वार्ता संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के हालात काबू में हैं, लेकिन सावधान रहने की जरूरत है. त्योहारों का सीजन है छठ को लेकर लोगों की भावनाएं थी l डीडीएमए की बैठक में निर्णय लिया गया है कि दिल्ली में छठ मनाने की अनुमति दी जाएगी लेकिन स्ट्रिक्ट प्रोटोकॉल का पालन करते हुए.

8 नवंबर से शुरू होगी छठ पूजा : इसके साथ पहले से निर्धारित जगहों पर ही कार्यक्रम होगा. साथ ही लोगों को मास्क आदि शर्त का पालन करना होगा. दिवाली के छह दिन बाद से छठ पूजा शुरू हो जाती है. इस बार छठ पूजा 8 नवंबर से शुरू होगी. छठ पूजा 4 दिनों तक चलती है. वहीं इस साल भी दिल्ली में प्रदूषण को देखते हुए पटाखों पर भी बैन लगाया गया है. सीएम केजरीवाल ने यह आदेश जारी करते हुए कहा था कि पिछले 3 साल से दीवाली के समय दिल्ली के प्रदूषण की खतरनाक स्तिथि को देखते हुए पिछले साल की तरह इस बार भी हर प्रकार के पटाखों के भंडारण, बिक्री एवं उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जा रहा है. जिससे लोगों की जिंदगी बचाई जा सके.

उन्होंने आगे कहा था कि पिछले साल व्यापारियों द्वारा पटाखों के भंडारण के बाद प्रदूषण की गंभीरता को देखत हुए देर से पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया जिससे व्यापारियों का नुकसान हुआ था. सभी व्यापारियों से अपील है कि इस बार पूर्ण प्रतिबंध को देखते हुए किसी भी तरह का भंडारण न करें.