बंगाल की खाड़ी में भूकंप, रिक्टर स्केल पर 5.1 तीव्रता, आंध्र और तमिलनाडु में भी महसूस हुए झटके

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के मुताबिक रिक्टर स्केल (Richter Scale) पर भूकंप की तीव्रता 5.1 मापी गई है.

बंगाल की खाड़ी में भूकंप, रिक्टर स्केल पर 5.1 तीव्रता, आंध्र और तमिलनाडु में भी महसूस हुए झटके
बंगाल की खाड़ी.

बंगाल की खाड़ी में मंगलवार दोपहर 12:35 बजे भूकंप के झटके आए. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के मुताबिक रिक्टर स्केल (Richter Scale) पर भूकंप की तीव्रता 5.1 मापी गई है. जानकारी के मुताबिक, भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी. भूकंप आंध्र प्रदेश के काकीनाडा से लगभग 296 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व और चेन्नई से 320 किमी पूर्व उत्तर पूर्व में था. बताया जा रहा है कि आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.

इससे पहले, केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 20 अगस्त को तड़के 1 बजकर 37 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने बताया था कि रिक्टर स्केल (Richter Scale) पर भूकंप की तीव्रता 3.8 मापी गई थी. इसके अलावा, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में भी 19 अगस्त की सुबह 5.08 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.

यह झटके कटरा से 54 किलोमीटर दूर के क्षेत्र में महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.6 मापी गई थी. वहीं भूकंप की गहराई 5 किमी थी. अगस्त महीने में अब तक प्रदेश में 2 बार भूकंप के झटके (Earthquake) महसूस किए जा चुके हैं.

क्यों आता है भूकंप?

पृथ्वी कई लेयर में बंटी होती है और जमीन के नीचे कई तरह की प्लेट होती है. ये प्लेट्स आपस में फंसी रहती हैं, लेकिन कभी-कभी ये प्लेट्स खिसक जाती है, जिस वजह से भूकंप आता है. कई बार इससे ज्यादा कंपन हो जाता है और इसकी तीव्रता बढ़ जाती है.

भारत में धरती के भीतर की परतों में होने वाली भोगौलिक हलचल के आधार पर कुछ जोन तय किए गए हैं और कुछ जगह यह ज्यादा होती है तो कुछ जगह कम. इन संभावनाओं के आधार पर भारत को 5 जोन बांटा गया है, जो बताता है कि भारत में कहां सबसे ज्यादा भूकंप आने का खतरा रहता है. इसमें जोन-5 में सबसे ज्यादा भूकंप आने की संभावना रहती है और 4 में उससे कम, 3 उससे कम होती है.