Jammu Kashmir : MBBS की सीट बेचने का रैकेट, हुर्रियत नेता समेत 6 गिरफ्तार, आतंकी फंडिंग में होना था पैसे का इस्तेमाल

पिछले साल दर्ज मामले में आपराधिक जांच शुरू की गई थी l जांच के दौरान यह सामने आया कि कई मामलों में एमबीबीएस और अन्य प्रोफेशनल डिग्री से संबंधित सीटें उन छात्रों को दी जाती थीं, जो मारे गए आतंकवादियों के करीबी परिवार के सदस्य या रिश्तेदार थे.

Jammu Kashmir : MBBS की सीट बेचने का रैकेट, हुर्रियत नेता समेत 6 गिरफ्तार, आतंकी फंडिंग में होना था पैसे का इस्तेमाल
एमबीबीएस सीट बेचने के रैकेट का भांडाफोड़ (सांकेतिक तस्वीर)

जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (CIK) विंग ने बुधवार को अलगाववादी नेता जफर अकबर भट और उत्तरी कश्मीर के बारामूला की एक महिला सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है l इन पर पाकिस्तान में मौजूद एमबीबीएस समेत अन्य प्रोफेशनल कोर्स की सीटों को बेचने के संबंध में मामला दर्ज किया गया है l आरोप ये भी है कि बच्चों से हासिल किए जाने वाले पैसे का इस्तेमाल आतंक की फंडिंग के लिए किया जाना था.

सीआईके ने गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मोहम्मद अकबर भट समेत अन्य के रूप में की है l सीआईके ने कहा कि दो आरोपी जिनके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं, गिरफ्तारी से बच रहे हैं और दोनों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा l तत्काल मामले में दो आरोपी शामिल हैं, जो 1990 के दशक की शुरुआत में अवैध हथियारों और गोला-बारूद की ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान चले गए थे और वहीं बस गए l इसमें आईएसआई ने मदद की.

पिछले साल दर्ज किए गए मामले : भारत में हुर्रियत से जुड़े व्यक्तियों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है, जो आतंकवाद और उग्रवादी संबंधित गतिविधियों की फंडिंग के लिए जुड़े थे. CIK ने कहा कि श्रीनगर की पुलिस स्टेशन के विश्वस्त सूत्रों की मदद से इनकी पहचान की गई l ये कई कॉलेज में MBBS और अन्य प्रोफेशनल कोर्सेज में दाखिले के लिए सीटें बेच रहे थे l पिछले साल दर्ज मामले में आपराधिक जांच शुरू की गई थी l जांच के दौरान यह सामने आया कि कई मामलों में एमबीबीएस और अन्य प्रोफेशनल डिग्री से संबंधित सीटें उन छात्रों को दी जाती थीं, जो मारे गए आतंकवादियों के करीबी परिवार के सदस्य या रिश्तेदार थे l एजेंसी के मुताबिक ऐसे मामले भी थे, जहां अलग-अलग हुर्रियत नेताओं को आवंटित कोटा एक या दूसरे तरीके से एमबीबीएस और अन्य प्रोफेशनल डिग्री प्राप्त करने के इच्छुक छात्रों के माता-पिता को सीटें बेच दी गईं.

इतनी थी एक सीट की कीमत : डिजिटल रिकॉर्ड और कागजी रसीदों के विश्लेषण के साथ-साथ बैंक लेनदेन से संबंधित रिकॉर्ड से पता चला कि इकट्ठी की गई रकम का एक बड़ा हिस्सा निजी इस्तेमाल के लिए अलग रखा गया था l पुलिस ने बताया कि जांच में सामने आया है कि एक सीट की औसतन कीमत 10 से 12 लाख के बीच थी l हुर्रियत नेताओं के सिफरिश पर कीमत कम भी की गई और छात्रों को रियायतें भी दी गईं.