जस्टिस डीके अरोड़ा को व्हाट्सएप पर धमकी देने वाला गिरफ्तार : रेरा अपीलीय न्यायाधिकरण के हैं चेयरमैन, प्रतापगढ़ का रहने वाला है आरोपी वकील

पीजीआई इंस्पेक्टर आनंद शुक्ल ने बताया कि जस्टिस डीके अरोड़ा को धमकी देने वाले अधिवक्ता कैलाश बहादुर को गिरफ्तार कर लिया गया है। मूल रूप से प्रतापगढ़ संग्रामपुर निवासी कैलाश आजकल फैजुल्लागंज में रह रहा था। आरोपी ने एक मामले में धकमी देने की बात कबूल की है। मामले की जांच की जा रही है।

जस्टिस डीके अरोड़ा को व्हाट्सएप पर धमकी देने वाला गिरफ्तार : रेरा अपीलीय न्यायाधिकरण के हैं चेयरमैन, प्रतापगढ़ का रहने वाला है आरोपी वकील
चारबाग स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला भी गिरफ्तार, कानपुर में मोबाइल सिम का करता है काम

लखनऊ पुलिस ने रेरा के अपील अधकिकरण के चेयरमैन जस्टिस डीके अरोड़ा को 14 सितंबर को व्हाट्सएप पर जान से मारने की धमकी देने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में सदस्य प्रशासनिक उत्तर प्रदेश, भू संपदा अपील अधिकरण लखनऊ राजीव मिश्रा ने पीजीआई थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। दूसरी तरफ जीआरपी ने चारबाग रेलवे स्टेशन पर बम से उड़ाने की धमकी देने वाले को कानपुर से गिरफ्तार कर लिया।

पीजीआई इंस्पेक्टर आनंद शुक्ल ने बताया कि जस्टिस डीके अरोड़ा को धमकी देने वाले अधिवक्ता कैलाश बहादुर को गिरफ्तार कर लिया गया है। मूल रूप से प्रतापगढ़ संग्रामपुर निवासी कैलाश आजकल फैजुल्लागंज में रह रहा था। आरोपी ने एक मामले में धकमी देने की बात कबूल की है। मामले की जांच की जा रही है।

बताते चलें जस्टिस डीके अरोरा उत्तर प्रदेश भू - सम्पदा अपील अधिकरण के चेयरमैन हैं। उनका इंदिरा भवन के चतुर्थ तल पर आफिस है। उनके व्हाट्सएप पर मैसेज आया था कि मेरा नाम कैलाश बहादुर सिंह है और वह प्रतापगढ़ का बाहुबली प्रत्याशी है। मिस्टर डीके अरोरा मैं सुंदर लाल नहीं हूं। मैं कैलाश बहादुर सिंह प्रतापगढ़ से हूं। जो सुंदर लाल के साथ हुआ वो... इसके बाद शनिवार को डीजीपी व कमिश्नर को पत्र भेजकर शिकायत की गई थी।

चारबाग रेलवे स्टेशन पर धमका करने की धमकी देना वाला कानपुर से गिरफ्तार : चारबाग रेलवे स्टेशन को दो घंटे में बम से उड़ाने की धमकी देने वाले को जीआरपी ने कानपर से गिरफ्तार कर लिया। रविवार शाम को जीआरपी के एडीजी कंट्रोल रूम में चारबाग रेलवे स्टेशन को उड़ाने की धमकी का फोन आया था। इस पर सिपाही अरविंद कुमार ने इसकी सूचना रेलवे एसपी सौमित्र यादव को दी। उन्होंने जीआरपी की एक टीम गठित की। टीम ने सर्विलांस की मदद से कानपुर चकेरी निवासी अश्वनी कुमार को गिरफ्तार कर लिया। अश्वनी ने पुलिस की सक्रियता चेक करने के लिए फोन करने की बात कही। अश्वनी मोबाइल सिम कार्ड का काम करता है।