3 बेटियों के मर्डर में पुलिस ने था फंसाया : 19 साल बाद जेल से छूटा , पत्नी बोली- अब बच्चियों की आत्मा को मिलेगी शांति

(24 नवंबर) को एडिशनल सेशन जज सिद्धार्थ कुमार वाघव की कोर्ट ने अवधेश को निर्दोष करार दिया. साथ ही मामले में तत्कालीन इंवेस्टिगेशन ऑफिसर (EO) होशियार सिंह और एक गवाह दिनेश कुमार के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. इनपर असली गुनहगारों से मिली भगत और निर्दोष पिता को बेटियों की हत्या में झूठा फंसाने का आरोप है

3 बेटियों के मर्डर में पुलिस ने था फंसाया : 19 साल बाद जेल से छूटा , पत्नी बोली- अब बच्चियों की आत्मा को मिलेगी शांति
आखिरकार 19 साल बाद अवधेश सिंह को कोर्ट से न्याय मिला

यूपी के शाहजहांपुर से अनोखा मामला सामने आया है. यहां के निवासी अवधेश सिंह को अपनी ही तीन बेटियों की हत्या के आरोप में जेल भेज दिया गया था. आखिरकार 19 साल बाद उसे कोर्ट से न्याय मिला. बुधवार (24 नवंबर) को कोर्ट ने हत्या मामले के असली आरोपी को दोषी करार देते हुए मौत की सजा सुनाई. उधर, अवधेश के घर पहुंचते ही उसकी पत्नी शशि की आंखें नम हो गई. बेटी की तस्वीर देखकर दोनों रोने लगे.
वहीं, अवधेश की पत्नी शशि का कहना है कि हमने लगातार लड़ाई लड़ी और आखिरकार में हमें न्याय मिल गया. मेरी बेटियों की आत्मा को अब शांति मिलेगी. मुझे आज भी उनका मासूम चेहरा याद आता है.

अक्टूबर 2002 की शाम हुई थी घटना : दरअसल, 19 साल पहले यानी 15 अक्टूबर 2002 की शाम अवधेश अपने घर पर पशुओं को चारा डालने के बाद चारपाई में लेटा था. पास में ही दूसरी चारपाई में उसकी बेटियां रोहिणी (9), नीता (8) और सुर्मी (7) लेटी थीं. कुछ ही देर में अचानक छुटकन्नू और दूसरे आरोपी घर में घुसे. उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. घटना में अवधेश की तीनों बेटियों की मौत हो गई. वहीं, अवधेश कोठरी के पीछे छिपते हुए वहां से भाग गया.

बेटियों का चेहरा तक नसीब न हुआ : बताया गया है कि अवधेश की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज की, लेकिन बेटियों की हत्या के आरोप में उसे ही हिरासत में ले लिया. लगभग 10 दिन तक अवधेश को थाने में बिठाकर रखा गया. काफी गिड़गिड़ाने के बाद भी पुलिस ने उसकी मृत बेटियों का आखिरी बार चेहरा तक देखने नहीं दिया. इसके बाद अवधेश को जेल भेज दिया गया.

तत्कालीन इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर के खिलाफ गैर जमानती वारंट : बीती बुधवार (24 नवंबर) को एडिशनल सेशन जज सिद्धार्थ कुमार वाघव की कोर्ट ने अवधेश को निर्दोष करार दिया. साथ ही मामले में तत्कालीन इंवेस्टिगेशन ऑफिसर (EO) होशियार सिंह और एक गवाह दिनेश कुमार के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. इनपर असली गुनहगारों से मिली भगत और निर्दोष पिता को बेटियों की हत्या में झूठा फंसाने का आरोप है. EO ने ही गवाहों के बयान के आधार पर अवधेश के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. पुलिस अधिकारी ने कहा था कि बेटियों की हत्या के बाद अवधेश ने खुद अपना जुर्म स्वीकार किया था और इसके पीछे गरीबी को वजह बताया था.